बंद लिफाफे के अंदर, जिंदगी एक चिट्ठी है।
गंतव्य तक पहुंचने का पता नहीं ऊपर,
बेरंग - सी यह एक चीज की है।
कितनी खुशियां, कितना गम छुपा है अंदर,
ऊपर से महकती पहली बरसात की सौंधी - सी मिट्टी है।
जिंदगी एक चिट्ठी है।
इसके मिलने का रहता है इंतजार सभी को
जाने किसने भेजी किसको अनजानी से चिट्ठी है।
जिंदगी एक चिट्ठी है।
प्रियतम की पाती है खोलकर पढ़ो पूरा,
बंद रहकर कहां समझ में आती है?
बंद लिफाफे के अंदर, जिंदगी एक चिट्ठी है।
बंद लिफाफे के अंदर, जिंदगी एक चिट्ठी है।
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